Thursday, October 11, 2012

दोस्ती जब किसी से की जाए, दुश्मनों की भी राय ली जाए

दोस्ती जब किसी से की जाए 

दोस्ती जब किसी से की जाए दुश्मनों की भी राय ली जाए
मौत का ज़हर है फिजाओ में अब कहा जाके साँस ली जाए
बस इसी सोच में हूँ डूबा हुआ ये नदी कैसे पर की जाए
मेरे माजी के ज़ख्म भरने लगे आज फ़िर कोई भूल की जाए
बोतले खोल के तो पी बरसो आज दिल खोल के पी जाए



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